Month: September 2018
मानो या न मानो भूतों का भानगढ़
सुनने में अविश्वसनीय लगता है, लेकिन राजस्थान के अलवर जिले में एक स्थान ऐसा भी है, जहॉं आज भी भूतों का वास है और इतना ही नहीं, रात्रि के समय वहॉं जाने पर पाबन्दी है| माना जाता है कि जो रात्रि में वहॉं जाता है, वह वहीं भूत बनकर रह जाता है| भानगढ़ नामक इस […]
Continue Readingक्यों है इच्छाशक्ति की कमी
वर्तमान में मानव को चाहे कितनी ही सुख-सुविधाएँ उपलब्ध हो जाएँ, लेकिन मानसिक संतुष्टि इन वस्तुओं से प्राप्त हो, यह आवश्यक नहीं| इसका मुख्य कारण यह है कि मनुष्य की मानसिक कमजोरी उसे कदापि संतुष्टि का एहसास नहीं होने देती है| हमने कई व्यक्तियों को देखा है कि जिनके पास धन है, भरा-पूरा परिवार है, […]
Continue Readingआदिगुरु शंकराचार्य हिन्दू धर्म के रक्षक एवं पुनरुद्धारक
आठवीं सदी के उत्तरार्ध में जब भारतवर्ष में सनातन धर्म अपने मूल अस्तित्व को खोने लगा था, बौद्ध, जैन आदि धर्मों ने सनातन धर्म की सत्ता को लगभग समाप्त ही कर दिया था, सनातन मतावलम्बी भी वैदिक शास्त्रों को भुलाकर अपने-अपने मत मानने लगे थे, ऐसे समय में एक ऐसे सन्त की आवश्यकता थी, जो […]
Continue Readingअद्भुत फलित सूत्र
1. यदि किसी जातक के जन्मलग्न को एक से अधिक शुभ ग्रह एवं केन्द्र-त्रिकोणादि के स्वामी (1, 4, 7, 10, 9, 5) होकर देख रहे हों, तो उसके व्यक्तित्व में सौम्यता, आकर्षण इत्यादि की अभिवृद्धि में सहायक होते हैं| दूसरी ओर यदि एक से अधिक पापग्रह लग्न भाव को देख रहे हों, तो ऐसी स्थिति […]
Continue Readingअपने जन्मनक्षत्रानुसार करें दीपावली पर धनसमृद्धि के उपाय
दीपावली का पंचदिवसात्मक त्योहार हिन्दू धर्म का सबसे महत्त्वपूर्ण त्योहार है| एक मात्र यही त्योहार है, जो एक, दो नहीं, बल्कि पॉंच दिन तक मनाया जाता है| इस दिन समुद्र से लक्ष्मी का प्रादुर्भाव हुआ था, अत: धनसमृद्धि से सम्बन्धित किसी भी तरह के उपाय इस दिन करने से निश्चित रूप से धनसम्पन्नता प्राप्त होती […]
Continue Readingअध्ययन में उच्च सफलता दिलाता है गणेश रुद्राक्ष
वर्तमान समय में सफलता का मापदण्ड यही माना जाता है कि व्यक्ति के समीप स्वयं की आवश्यकताओं की पूर्ति हेतु पर्याप्त सुख—सुविधाएँ उपलब्ध हों| उसके पास अच्छा घर, अच्छा वाहन और समाज में उसकी पूर्ण मान-प्रतिष्ठा हो| यह सफलता उसे तभी प्राप्त हो सकती है, जब व्यक्ति अपने अध्ययन काल में श्रेष्ठ रहा हो| अध्ययनकाल […]
Continue Readingअदम्य शक्ति है अग्निहोत्र में
स्वस्थ और नीरोगी जीवन के लिए शुद्ध हवा, स्वच्छ जल, अप्रदूषित अन्न और फल आदि की आवश्यकता होती है, लेकिन मानव की भोगलिप्सा इन सुलभ चीजों को अब दुर्लभ बना रही है| आज प्रकृति बहुत अंशों में प्रदूषित हो चुकी है| प्रदूषण से प्रकृति को कैसे मुक्त बनाया जाए? इसके बहुत सारे उपाय हैं, उनमें […]
Continue Readingअग्नि की लपटों से भविष्य
प्राचीन काल से ही अग्नि का धार्मिक महत्त्व रहा है| यह दैनिक आवश्यकता की एक वस्तु तो थी ही, साथ ही इसे एक देवता के रूप में भी पूजा गया| यही कारण है कि इसे भी भविष्य बताने वाले एक साधन के रूप में प्रयुक्त कर लिया गया| अग्नि से भविष्यकथन की विधा आधुनिक नहीं […]
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