मानो या न मानो भूतों का भानगढ़

सुनने में अविश्‍वसनीय लगता है, लेकिन राजस्थान के अलवर जिले में एक स्थान ऐसा भी है, जहॉं आज भी भूतों का वास है और इतना ही नहीं, रात्रि के समय वहॉं जाने पर पाबन्दी है| माना जाता है कि जो रात्रि में वहॉं जाता है, वह वहीं भूत बनकर रह जाता है| भानगढ़ नामक इस […]

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क्यों है इच्छाशक्ति की कमी

वर्तमान में मानव को चाहे कितनी ही सुख-सुविधाएँ उपलब्ध हो जाएँ, लेकिन मानसिक संतुष्टि इन वस्तुओं से प्राप्त हो, यह आवश्यक नहीं| इसका मुख्य कारण यह है कि मनुष्य की मानसिक कमजोरी उसे कदापि संतुष्टि का एहसास नहीं होने देती है| हमने कई व्यक्तियों को देखा है कि जिनके पास धन है, भरा-पूरा परिवार है, […]

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आदिगुरु शंकराचार्य हिन्दू धर्म के रक्षक एवं पुनरुद्धारक

आठवीं सदी के उत्तरार्ध में जब भारतवर्ष में सनातन धर्म अपने मूल अस्तित्व को खोने लगा था, बौद्ध, जैन आदि धर्मों ने सनातन धर्म की सत्ता को लगभग समाप्त ही कर दिया था, सनातन मतावलम्बी भी वैदिक शास्त्रों को भुलाकर अपने-अपने मत मानने लगे थे, ऐसे समय में एक ऐसे सन्त की आवश्यकता थी, जो […]

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अद्भुत फलित सूत्र

1. यदि किसी जातक के जन्मलग्न को एक से अधिक शुभ ग्रह एवं केन्द्र-त्रिकोणादि के स्वामी (1, 4, 7, 10, 9, 5) होकर देख रहे हों, तो उसके व्यक्तित्व में सौम्यता, आकर्षण इत्यादि की अभिवृद्धि में सहायक होते हैं| दूसरी ओर यदि एक से अधिक पापग्रह लग्न भाव को देख रहे हों, तो ऐसी स्थिति […]

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अपने जन्मनक्षत्रानुसार करें दीपावली पर धनसमृद्धि के उपाय

दीपावली का पंचदिवसात्मक त्योहार हिन्दू धर्म का सबसे महत्त्वपूर्ण त्योहार है| एक मात्र यही त्योहार है, जो एक, दो नहीं, बल्कि पॉंच दिन तक मनाया जाता है| इस दिन समुद्र से लक्ष्मी का प्रादुर्भाव हुआ था, अत: धनसमृद्धि से सम्बन्धित किसी भी तरह के उपाय इस दिन करने से निश्‍चित रूप से धनसम्पन्नता प्राप्त होती […]

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अध्ययन में उच्च सफलता दिलाता है गणेश रुद्राक्ष

वर्तमान समय में सफलता का मापदण्ड यही माना जाता है कि व्यक्ति के समीप स्वयं की आवश्यकताओं की पूर्ति हेतु पर्याप्त सुख—सुविधाएँ उपलब्ध हों| उसके पास अच्छा घर, अच्छा वाहन और समाज में उसकी पूर्ण मान-प्रतिष्ठा हो| यह सफलता उसे तभी प्राप्त हो सकती है, जब व्यक्ति अपने अध्ययन काल में श्रेष्ठ रहा हो| अध्ययनकाल […]

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अदम्य शक्ति है अग्निहोत्र में

स्वस्थ और नीरोगी जीवन के लिए शुद्ध हवा, स्वच्छ जल, अप्रदूषित अन्न और फल आदि की आवश्यकता होती है, लेकिन मानव की भोगलिप्सा इन सुलभ चीजों को अब दुर्लभ बना रही है| आज प्रकृति बहुत अंशों में प्रदूषित हो चुकी है| प्रदूषण से प्रकृति को कैसे मुक्त बनाया जाए? इसके बहुत सारे उपाय हैं, उनमें […]

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अग्नि की लपटों से भविष्य

प्राचीन काल से ही अग्नि का धार्मिक महत्त्व रहा है| यह दैनिक आवश्यकता की एक वस्तु तो थी ही, साथ ही इसे एक देवता के रूप में भी पूजा गया| यही कारण है कि इसे भी भविष्य बताने वाले एक साधन के रूप में प्रयुक्त कर लिया गया| अग्नि से भविष्यकथन की विधा आधुनिक नहीं […]

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