कुल्लू दशहरा-एक अनोखी परम्परा

सामान्य तौर पर भारत में दशहरा का पर्व बुराई पर अच्छाई की जीत के स्वरूप में रावण दहन के रूप में मनाया जाता है, परन्तु हिमाचल प्रदेश के कुल्लू नामक स्थान पर दशहरा उत्सव को मनाने का कारण यह नहीं होकर कुछ और है| स्थानीय विश्‍वास के अनुसार कुल्लू में दशहरा उत्सव जो कि सात […]

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कुमारी पूजन से प्रसन्न होती हैं दुर्गा

नवरात्र में जितना दुर्गापूजन का महत्त्व है, उतना ही कुमारी पूजन का भी महत्त्व है| देवीपुराण के अनुसार इन्द्र ने जब ब्रह्माजी से भगवती दुर्गा को प्रसन्न करने की विधि पूछी, तो उन्होंने सर्वोत्तम विधि के रूप में कुमारी पूजन ही बताया और कहा कि भगवती जप, ध्यान, पूजन और हवन से भी इतनी प्रसन्न […]

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किस तिथि को हुआ रावण का वध?

आश्‍विन शु. 10 • आश्‍विन शु. 09 • वैशाख कृष्ण 30 • वैशाख कृष्ण 14 सामान्यत: यह माना जाता है कि आश्‍विन शुक्ल दशमी को रावण का वध हुआ था, परन्तु शास्त्रों और विद्वानों के द्वारा इस तिथि को रावण वध के रूप में मान्यता नहीं दी जाती है| रावण वध की तिथियों के निर्धारण […]

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कहीं आपकी जन्मपत्रिका में तो नहीं जेल जाने के योग?

प्रकाशन तिथि : 20 मई, 2009 जैसे ही मैंने सुना कि मनोहर को पुलिस पकड़ कर ले गई, तो मैं स्तब्ध रह गया| मुझे तो विश्‍वास ही नहीं हुआ| जो व्यक्ति एक चींटी को भी नहीं मार सकता, वह कैसे कोई अपराध कर सकता है| अपराध भी ऐसा, जो पुलिस पकड़ ले जाए| मनोहर मेरा […]

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ऐसे प्राप्त की मेघनाद ने अमोघ शक्तियॉं

राम-रावण युद्ध में रावण के पुत्र मेघनाद ने तीन बार भगवान् राम और उनकी सेना को संकट में डाल दिया था| इन्द्र पर विजय प्राप्त करने वाला मेघनाद अपने पिता से भी अधिक शक्तिशाली था| उसने ये शक्तियॉं ७ यज्ञों का अनुष्ठान करके प्राप्त की थीं| लंका में निकुम्भिला उपवन में उसने एक मन्दिर का […]

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ऐसी थी भगवान् की व्यूह रचना

तीनों लोकों के विजेता राक्षसराज रावण पर विजय प्राप्त करने के लिए भगवान् श्रीराम ने समय-समय पर सेना की विभिन्न प्रकार से व्यूह रचना की| उस विशाल वानर-ॠक्ष-लंगूर सेना का प्रबन्धन करना ही बड़ा कठिन था| तुलसीदासजी कहते हैं कि उस सेना में 18 पद्म तो यूथपति ही थे| महर्षि वाल्मीकि के अनुसार नील की […]

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क्या विजयादशमी के दिन हुआ था रावण वध

शरद् ॠतु के अवतरण की घोषणा करते हुए नवरात्र जैसे ही आते हैं, तो साथ ही रामलीला की गूँज और गरबा जैसे नृत्यों की बहार को भी साथ लाते हैं| इन नवरात्र में अपनी कुल परम्परा के अनुसार देवी का पूजन किया जाता है| भगवान् राम के पूजन की परम्परा ने भी पिछले काफी समय […]

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कैसा रहेगा गुरु का राशि परिवर्तन मीन राशि के लिए?

मीन (दी, दू, थ, झ, भ, दे, दो, चा, ची) मीन राशि वालों के लिए धनुराशि में गुरु का गोचर जन्मराशि से दशम भाव में रहेगा। दशम भाव में गुरु का गोचर सामान्यत: मध्यम फलप्रद रहना चाहिए। यद्यपि ग्रन्थों में इसे अशुभफलप्रद बताया गया है, परन्तु व्यवहार में यह बहुत अधिक अशुभफलदायक नहीं होता। इस […]

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कैसा रहेगा गुरु का राशि परिवर्तन कुम्भ राशि के लिए?

कुम्भ (गू, गे, गो, सा, सि, सू, से, सो, दा) कुम्भ राशि वालों के लिए गुरु का धनु राशि में गोचर उनकी जन्मराशि से एकादश भाव में रहेगा। एकादश भाव में गुरु का गोचर प्राय: शुभफलदायक रहता है। इस दौरान कार्यों में अपेक्षानुरूप प्रगति होती है। प्राय: सभी क्षेत्रों में सफलता प्राप्ति के अवसर मिलते […]

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कैसा रहेगा गुरु का राशि परिवर्तन मकर राशि के लिए?

मकर (भो, जा, जी, जू, खी, खू, खो, गा, गी) मकर राशि वालों के लिए गुरु का धनु राशि में गोचर जन्मराशि से द्वादश भाव में रहेगा। द्वादश भाव में गुरु का गोचर सामान्यत: अशुभफलप्रद रहता है। इसके फलस्वरूप आकस्मिक समस्याएँ उत्पन्न होती हैं। विभिन्न क्षेत्रों में अवरोध एवं समस्याओं से प्रगति बाधित होती है। […]

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