प्यार पाना चाहते हैं, तो उपहार में दें गौरी-शंकर रुद्राक्ष

वेलेन्टाइन-डे एक ऐसा दिन है, जिस दिन हर प्रेमी अपनी प्रेमिका को अधिकतम ख्ाुशी देने तथा इस दिन का प्रत्येक क्षण अपने साथी के साथ बिताने, उसे ख्ाुशी से जीने की ख्वाहिश रखता है| इन्टरनेट, मोबाइल आदि कम्यूनिकेशन के विस्तृत साधन, स्त्री शिक्षा तथा सह-शिक्षा के कारण भारत में पाश्‍चात्य देशों की भॉंति ही प्रेम […]

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अक्षय तृतीया सत्ययुग के प्रारम्भ की तिथि

हमारे देश के पर्वों और उत्सवों में से कुछ तो ॠतु पर्व हैं, जिनमें नई फसल पकने का आमोद-प्रमोद और ॠतु परिवर्तन का उल्लास रचा-बसा होता है| कुछ धार्मिक पर्व हैं, जो देवी-देवताओं को समर्पित होते हैं तथा कुछ लोक पर्व हैं, जो कि किसी ऐतिहासिक घटना के आधार पर लोकमानस ने प्रारम्भ किए थे| […]

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अक्षय तृतीया पर करें मनोकामनापूर्ति

वैशाख मास के शुक्लपक्ष की तृतीया को अक्षय तृतीया अथवा आखातीज कहा जाता है| अक्षय शब्द का अर्थ है, जिसका कभी क्षय अर्थात् नाश न हो| दूसरे शब्दों में जो सदैव स्थायी एवं अक्षुण्ण रहे, वही अक्षय है| भविष्यपुराण के अनुसार इस दिन सभी कर्मों का फल अक्षय हो जाता है अर्थात् स्थायी हो जाता […]

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अंक ज्योतिष का अनोखा भविष्यवक्ता

अंक मनुष्य को प्रभावित करते हैं| यह तथ्य अत्यन्त ही पुराना है| मेरा भी विश्‍वास यही रहा है| इसलिए मैं अपने भाग्यशाली और दुर्भाग्यशाली अंकों के बारे में विचार किया करता था| मेरा विवाह होने के पश्‍चात् समय बिल्कुल विपरीत हो गया| पत्नी से लगातार वैचारिक मतभेद रहने लगे| विवाह के एक माह पश्‍चात् ही […]

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अंक 8 के रहस्यमयी विधान

शृंखला के विगत लेखों में 1 से 7 मूलांकों का अध्ययन करने के पश्‍चात् प्रस्तुत लेख में मूलांक 8 के फलों का वर्णन किया जाएगा| जिन व्यक्तियों के जन्मदिनांक का कुल योग 8 होता हो, उन व्यक्तियों का मूलांक 8 होता है| जैसे किसी की जन्मतिथि 9.4.1966 है, तो उसका सम्पूर्ण योग 8 होगा| मूलांक […]

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अंक 7 के रहस्यमयी विधान

एक से लेकर छह अंकों के रहस्यमयी विधान को जानने के पश्‍चात् प्रस्तुत लेख में अंक 7 के रहस्यमयी विधानों को उल्लिखित किया जाएगा| जिस जातक की जन्म दिनांक का योग अर्थात् दिनांक, माह एवं वर्ष का योग 7 होता हो, उस व्यक्ति का मूलांक 7 होता है| जैसे 5 सितम्बर, 1964 का योग (5+9+1+9+6+4=34, […]

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अंक 6 के रहस्यमयी विधान

अंक 6 का अधिष्ठाता ग्रह शुक्र है| जिन व्यक्तियों के जन्म दिनांक का योग (अर्थात् जिनकी जन्मतिथि + माह + सन् का योग) जोड़ने पर 6 अंक शेष रह जाता हो, तो उनका मूलांक 6 होता है| इसके अतिरिक्त जिनका जन्म 6 अंक के अवधिकाल में अर्थात् 20 अप्रैल से 27 मई तथा 21 सितम्बर […]

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अंक 5 के रहस्यमयी विधान

यदि आपकी जन्मतारीख, माह तथा सन् का योग 5 होता हो, तो मूलांक 5 समझना चाहिए| जैसे किसी व्यक्ति का जन्म 25.01.1968 हो, तो इस दिनांक का पूर्ण योग अंक 5 होगा| इसलिए इस दिनांक में जन्मे व्यक्ति का मूलांक 5 होगा| इनके जीवन पर बुध का वर्चस्व रहता है| मूलांक 5 वाले व्यक्तियों के […]

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ड्राइंगरूम की वास्‍तु एवं दोषों के उपाय

Published : January, 2008 वास्तु शास्त्र के अनुसार वायव्य दिशा ड्राइंगरूम या अतिथि कक्ष के निर्माण हेतु सर्वोत्तम मानी गयी है| अतिथि कक्ष हेतु इस दिशा का निर्धारण यूँ ही नहीं किया गया है, अपितु इसके पीछे भी एक वैज्ञानिक सिद्धान्त कार्य करता है| वायव्य दिशा में उच्चाटन का एक विशेष गुण होता है, जिसे […]

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अंक 1 के रहस्यमयी विधान

अंक 1 सूर्य का प्रतिनिधित्व करता है, इसलिए इस अंक से प्रभावित व्यि?तयों पर सूर्य का प्रभाव अधिक होता है?| सामान्यत: 1, 10, 19, 28 तारीखों में जन्म लेने वाले व्यि?तयों को 1 अंक से प्रभावित माना जाता है, लेकिन इनके अतिरिक्‍त जिनकी जन्म दिनांक का कुल योग 1 होता हो, वे भी इस अंक […]

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