अंक 6 का अधिष्ठाता ग्रह शुक्र है| जिन व्यक्तियों के जन्म दिनांक का योग (अर्थात् जिनकी जन्मतिथि + माह + सन् का योग) जोड़ने पर 6 अंक शेष रह जाता हो, तो उनका मूलांक 6 होता है| इसके अतिरिक्त जिनका जन्म 6 अंक के अवधिकाल में अर्थात् 20 अप्रैल से 27 मई तथा 21 सितम्बर से 27 अक्टूबर के बीच में हुआ हो, वे भी अंक 6 से प्रभावित होंगे|
मूलांक 6 वालों का
स्वभाव एवं व्यक्तित्व
मूलांक 6 वालों में एक विचित्र प्रकार की आकर्षण शक्ति होती है, जिससे वे सभी को अपनी ओर सहजता से आकृष्ट कर लेते हैं| वे लोगों के प्रिय पात्र होते हैं और उनके अधीनस्थ लोग उनके प्रति पूर्ण श्रद्धा रखते हैं| वे अपनी योजनाओं को पूर्ण करने में दृढ़ निश्चयी होते हैं और इस दृष्टि से उनको अत्यन्त हठी माना जा सकता है| जब वे अपना पथ निश्चित कर लेते हैं, तो किसी को रास्ते में नहीं आने देते| जब वे किसी से प्रेम करते हैं, तो उसके गुलाम बन जाते हैं| यद्यपि अंक 6 के जातक शुक्र से प्रभावित माने जाते हैं| उनका प्रेम वासना वाला नहीं होकर मॉं की ममता के समान होता है| वे सौन्दर्योपासक होते हैं| आतिथ्य सत्कार आदरपूर्वक करते हैं तथा ललितकलाओं के प्रेमी होते हैं और उन्हें प्रोत्साहन देते हैं| सँजा- सँवरा मकान, चमकदार रंग, चित्रकला, मूर्तिकला और संगीत में इन्हें विशेष रुचि होती है| ये ईर्ष्या और झगड़ा सहन नहीं कर सकते| मित्र बनाने की विशेष रुचि होती है|
जब वे कु्रद्ध हो जाते हैं, तो किसी विपरीत शक्ति से भयभीत नहीं होते और अपना कर्त्तव्य निभाने के लिए लड़ने-मरने को तैयार हो जाते हैं| उनका विशेष लगाव और आकर्षण मूलांक 3, 6 तथा 9 अंक वालों से होता है|
मूलांक 6 के लिए
शुभ एवं अनुकूल माह
जून, जुलाई, अगस्त, सितम्बर, नवम्बर, फरवरी, अप्रैल और मई माह इनके लिए शुभ और अनुकूल होते हैं|
मूलांक 6 के लिए
अशुभ एवं प्रतिकूल माह
अक्टूबर, दिसम्बर, जनवरी एवं मार्च प्राय: इनके लिए अशुभ और प्रतिकूल माह सिद्ध होते हैं|
मूलांक 6 के
मानसिक एवं शारीरिक रोग
मूलांक 6 वालों को स्नायु निर्बलता, सीने की कमजोरी, मूत्र रोग, कफजन्य रोग, कण्ठ और गुर्दा रोग, धातु रोग, मधुमेह, कब्ज, श्वेत प्रदर, गर्मी, सिरदर्द, नजला, दन्त रोग, ऊपरी बाधा, क्षय रोग, चेचक, फेफड़े के रोग इत्यादि व्याधियों से सावधान रहना चाहिए|
मूलांक 6 के लिए अनुकूल व्यवसाय एवं कार्य
मूलांक 6 के लिए इंजीनियरिंग, भोजनालय, जौहरी, सर्राफा, महाजन, लेन-देन, ब्याज का लेन-देन, कलात्मक कार्य, चित्रकारी, लेखक, संगीतकार, गायक, मूर्तिकार, फल-फूल की बागवानी, वस्त्रों का काम, अभिनय, इत्र-तेल और स्याही बनाना, रेशमी कपड़े का काम, रंगाई, छपाई, कविता करना, पुस्तकालय, सूचना केन्द्र विभाग, प्लास्टिक की वस्तु निर्माण, फर्नीचर, खाद्य विभाग, मिष्टान्न भण्डार, विदेशी मुद्रा और शिल्प विभाग इत्यादि कार्य करना उत्तम होता है|
मूलांक 6 के लिए
शुभ एवं अशुभ वर्ष
प्रतिकूल : जन्म से तीन वर्ष तक परेशानी का समय होता है|
अनुकूल : 4 से 9 वर्ष तक का समय सुखकारी होता है| इस दौरान समय अच्छा गुजरता है|
प्रतिकूल : 10 से 12 वर्ष तक का समय शिक्षा में व्यवधान और शारीरिक हानि करता है| घरेलू कार्यों में परेशानी भी उत्पन्न कर सकता है|
अनुकूल : 13 से 18 वर्ष तक का समय सभी प्रकार से उन्नति वाला एवं प्रगति वाला होता है|
प्रतिकूल : 19 वर्ष से 21 वर्ष तक का समय कुछ अशुभ होता है| इस दौरान कार्य हानि के योग बन सकते हैं||
अनुकूल : 22 वर्ष से 27 वर्ष तक का समय सभी कार्यों में सिद्धि, कार्यों में उन्नति और घर में मांगलिक कार्य करने वाला होता है|
प्रतिकूल : 28 से 30 वर्ष तक का समय अशुभ एवं कार्यहानि वाला होता है|
अनुकूल : 31 वर्ष से 36 वर्ष तक का समय उत्साह वर्धन एवं कार्यों में सफलता प्रदान करने वाला होता है|
प्रतिकूल : 37 वर्ष से 39 वर्ष तक का समय कार्यसिद्धि के दृष्टिकोण से उत्तम नहीं होता|
अनुकूल : 40 वर्ष से 45 वर्ष तक का समय अनुकूल और शुभ फलदायक होता है|
प्रतिकूल : 46 से 48 वर्ष तक का समय अशुभ रहता है|
अनुकूल : 49 वर्ष से 54 वर्ष तक का समय सफलता और सिद्धिदायक तथा मनोकामना पूर्ति वाला होता है|
प्रतिकूल : 55 से 57 वर्ष तक का समय सभी कार्यों में अशुभ और हानिकारक रहता है|
अनुकूल : 58 से 63 वर्ष तक का समय सुख और हर्ष वाला होता है|
प्रतिकूल : 64 से 66 वर्ष तक का समय अशुभ, परेशानियों से भरा, रुकावट तथा बाधाओं से भरा होता है|
अनुकूल : 67 से 72 वर्ष तक का समय शुभ होता है|
प्रतिकूल : 73 से 75 वर्ष तक का समय अशुभ होता है, जो स्वास्थ्य की दृष्टि से हानिकारक सिद्ध होता है|
मूलांक 6 वालों के लिए
अनुकूल तिथियॉं
1, 3, 10, 12, 19, 21, 28 30 तिथियों में कार्य करना शुभ होता है तथा 6, 15 एवं 24 तारीख में की जाने वाली यात्राएँ शुभ फल देने वाली होती हैं| महत्त्वपूर्ण यात्राओं के लिए इन्हीं तारीखों का उपयोग करना चाहिए|
मूलांक 6 वालों के लिए
शुभ वर्ष
मूलांक 6 वालों के लिए 6, 15, 24, 33, 42, 51, 60, 69 और 78 वॉं वर्ष शुभ होता है|
मूलांक 6 वालों के लिए
शुभ दिवस
मूलांक 6 वालों के लिए मंगलवार, बुधवार, शुक्रवार एवं शनिवार शुभ दिवस होता है|
मूलांक 6 वालों के लिए
अशुभ दिवस
गुरुवार और रविवार इनके लिए अशुभ दिवस होते हैं|
मूलांक 6 वालों के लिए
शुभ रंग
मूलांक 6 वालों के लिए हल्का नीला (आसमानी), हरा, काला इत्यादि रंग शुभ होते हैं|
मूलांक 6 वालों के लिए
अशुभ रंग
पीला, गुलाबी, नीला इत्यादि रंग मूलांक 6 वालों के लिए अशुभ होते हैं|
मूलांक 6 वालों के लिए
शुभ रत्न एवं व्रत
मूलांक 6 वालों के लिए हीरा, फिरोजा तथा पन्ना रत्न धारण करना शुभ है|
उन्हें शुक्रवार का व्रत करना श्रेष्ठ होता है|
मूलांक 6 वालों का
अन्य अंक वालों से सम्बन्ध
मूलांक 1 से मित्रता , मूलांक 2 से शत्रुता, मूलांक 3 वाले सहायक, मूलांक 4 वालों से प्रबल शत्रुता, मूलांक 5 वालों से सामान्य सम्बन्ध, मूलांक 7 वालों से सामान्य शुभ फलदायक सम्बन्ध, मूलांक 8 वालों से लाभ, मूलांक 9 वालों से समता (न मित्र और न शत्रु)|
मूलांक 6 वालों के लिए
शुभ रुद्राक्ष
मूलांक 6 वालों के लिए छह मुखी एवं पन्द्रह मुखी रुद्राक्ष धारण करना उत्तम होता है| इन रुद्राक्षों को धारण करने से शुक्र नकारात्मक फल शुभ हो जाते हैं|
मूलांक 6 वालों के लिए
अनुकूल मन्त्र एवं यन्त्र
मूलांक 6 वाले व्यक्तियों को अनुकूलता के लिए निम्नलिखित मन्त्र का जप करना चाहिए :
ॐ शुं शुक्राय नम:॥
मूलांक 6 वालों को निम्नलिखित यन्त्र धारण करने से कार्यों में मनोनुकूल सफलता प्राप्त होती है :
मूलांक 6 वालों के लिए
अनुकूल दान पदार्थ
मूलांक 6 वाले जातकों के लिए हीरा, स्वर्ण, चॉंदी, मिश्री, श्वेत वस्त्र, चन्दन, सुगन्धित द्रव्य इत्यादि वस्तुओं का दान करना शुभ होता है|
– डॉ. भगवानसहाय श्रीवास्तव
