छायायी एवं उपच्छायायी चन्द्रग्रहण

आज का पंचांग एवं मुहूर्त

(Umbral and Penumbral Lunar Eclipse)
चन्द्रग्रहण के दो प्रकार हैं : छायायी चन्द्रग्रहण एवं उपच्छायायी चन्द्रग्रहण| उपच्छायायी चन्द्रग्रहण को ‘माद्यचन्द्रग्रहण’ भी कहते हैं| यदि ग्रहण के समय चन्द्रमा छायायी क्षेत्र में है, तो छायायी चन्द्रग्रहण होता है और यदि चित्रानुसार चन्द्रमा उपच्छायायी क्षेत्र में है, तो उपच्छायायी चन्द्रग्रहण होता है| उपच्छायायी चन्द्रग्रहण में चन्द्रबिम्ब का ग्रास नहीं होता है, वरन् बिम्ब पर कुछ छाया दिखाई पड़ती है| मुहूर्त एवं धर्मशास्त्र के अन्तर्गत उपच्छायायी ग्रहण को ‘ग्रहण’ की संज्ञा के अन्तर्गत सम्मिलित नहीं किया जाता है| इस प्रकार इसका न तो सूतक होता है और न ही दान एवं पुण्य हेतु होता है और न ही मुहूर्तशास्त्र में इससे सम्बन्धित निषेध होते हैं|

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