सोशल मीडिया पर कोरोना वायरस के सम्बन्ध में अनेक प्रकार की सूचनाएँ-अफवाहें प्रचारित हो रही हैं| ऐसा ही एक सन्देश नास्त्रेदसम के सम्बन्ध में चल रहा है, जिसमें कहा गया है कि नास्त्रेदमस ने इस महामारी के फैलने की भविष्यवाणी अपनी पुस्तक में पहले ही कर दी थी| सेंच्यूरी खखख क्वाट्रेन 75 में लिखा है : “Pau Verona Vicenza Saragossa’
“From distant swords lands wet with blood’
“Very great plague will come with the great shell.’
“Relief near, and the remedies very far.’
नास्त्रेदमस के अनुयायियों एवं समर्थकों ने इसका आशय प्रकार लिया है :
प्रथम पंक्ति : “Pau, Verona, Vicenza’ ये तीनों इटली के नगर हैं और “Saragossa’ स्पेन में है|
द्वितीय पंक्ति : द्वितीय पंक्ति में “Blood’ का अर्थ है लाल| इस प्रकार यह चीन देश की ओर संकेत करता है, उसका झण्डा लाल है|
तृतीय पंक्ति : तृतीय पंक्ति में “Great Shell’ का आशय हवाई जहाज से लिया जा रहा है| कोविड-19 हवाई यात्रा करने वालों से ही फैली है| कुछ विद्वान् इसका अर्थ समुद्री भोजन से ले रहे हैं, जिससे ही यह बीमारी आरम्भ हुई|
चतुर्थ पंक्ति : इससे बचाव ही उपाय है, परन्तु इलाज अभी दूर है|
उक्त पंक्तियों के आधार पर नास्त्रेदसम के समर्थक मानते हैं कि कोरोना वायरस जैसी महामारी की भविष्यवाणी नास्त्रेदमस ने पहले ही कर दी थी, परन्तु अन्य विद्वान् यह कहते हैं कि यह केवल घटनाओं को क्वाट्रेन के शब्दों से बिठाने का ही प्रयास है, इससे अधिक कुछ नहीं है|