एनिमेशन क्षेत्र में सफलता

कॅरिअर ज्‍योतिष

हॉलीवुड और विश्‍व के अन्य सिनेमा के समान ही भारतीय सिनेमा और टेलीविजन में भी एनिमेशन सिनेमा और सीरियल का निर्माण बहुतायत रूप से होने लगा है| पहले भारतीय सिनेमा एवं अन्य क्षेत्रों में यह छोटे स्तर पर ही था, लेकिन बड़े प्रोडक्शन हाउस के एनिमेशन फिल्मों के निर्माण में रुचि लेने के कारण अब इस क्षेत्र के तीव्र विकास की सम्भावनाएँ भारत में भी पनपने लगी हैं| पिछले दिनों प्रदर्शित हुई भगवान् गणेश एवं हनूमान् जी पर निर्मित ‘माई फ्रेण्ड गणेश’, ‘हनूमान् रिटर्न’ एनिमेशन फिल्मों की सफलता ने यह संकेत दिया है कि भारत में भी एनिमेशन फिल्मों की लोकप्रियता बढ़ती जा रही है| फिल्मों के अलावा इस माध्यम का उपयोग कई अन्य क्षेत्रों में भी होता है; जैसे एज्यूकेशन, एयरोनॉटिक्स, रोबोटिक्स, रिवर्स इंजीनियरिंग और डिजीटिलाइजिंग फैशन इत्यादि|
किन युवाओं को इस क्षेत्र में अपना कॅरियर बनाना चाहिए? इसका निर्णय उनकी जन्मपत्रिका द्वारा किया जा सकता है| यह क्षेत्र पूर्ण रूप से कल्पनाशक्ति पर आधारित है| इस क्षेत्र में व्यक्ति की कल्पनाएँ ही आधार बनती हैं उसके श्रेष्ठ कार्यों की| एनिमेशन में मुख्य रूप से चित्र, ग्राफिक्स, ध्वनि एवं रंग का संयोजन करके चलचित्र का निर्माण किया जाता है| इसके लिए व्यक्ति को ग्राफिक डिजाइन, 2-डी एवं 3-डी डिजायनिंग का ज्ञान होना चाहिए|
ज्योतिष में कल्पनाशक्ति का कारक चन्द्रमा को माना गया है| तकनीकी का मंगल को, आयोजना एवं बौद्धिकता के लिए बुध को तथा कलात्मक योग्यता के लिए शुक्र को, अत: एक सफल एनिमेटर बनने के लिए उक्त चारों ही ग्रहों का शुभ प्रभाव प्राप्त होना आवश्यक है|
उक्त ग्रहों के बली होने के साथ ही उनका लग्न, तृतीय, पंचम, नवम और दशम भाव से सम्बन्ध बनना भी अत्यन्त आवश्यक है| उक्त भावों के अतिरिक्त एकादश भाव से सम्बन्ध इस क्षेत्र से प्राप्त होने वाली आय को दर्शाता है| इस प्रकार किसी व्यक्ति की जन्मपत्रिका में कार्यक्षेत्र का कारक होकर कोई ग्रह शुक्र, मंगल, बुध और चन्द्रमा में दो या अधिक ग्रहों से युति या अन्य सम्बन्ध स्थापित करता हुआ लग्न, तृतीय, पंचम, नवम, दशम अथवा एकादश भाव में स्थित हो, तो व्यक्ति एक कुशल एनिमेटर बन सकता है| इस योग में चन्द्रमा और बुध का सम्बन्ध होना अत्यन्त ही आवश्यक है| वे चाहे जन्मपत्रिका में पापी ग्रह हों अथवा शुभ ग्रह| इनका उच्चाभिलाषी होना, लग्नेश के साथ सम्बन्ध बनाना, पंचमेश के साथ सम्बन्ध बनाना, कर्मेश के साथ सम्बन्ध बनाना आदि स्थितियॉं व्यक्ति को उच्च श्रेणी का एनिमेटर बनाती हैं| साथ में यदि शुक्र का शुभ सहयोग भी उसे प्राप्त हो जाए, तो कला के रूप में उसकी अभिव्यक्ति होने लगती है| मंगल व्यक्ति की उस योग्यता को निखारकर दुनिया के समक्ष लाने में मदद करता है, अत: यदि आपकी जन्मपत्रिका में भी उक्त चारों ग्रहों का सम्बन्ध, कार्यक्षेत्र से सम्बन्धित भाव और ग्रहों से बनता हो, तो आप भी इस क्षेत्र में कॅरियर बनाकर सफलता प्राप्त कर सकते हैं| आइए, अब दो एनिमेटरों की जन्म कुण्डलियों का विश्‍लेषण करें|
उदाहरण 1
जन्म दिनांक : 09 मई, 1966
जन्म समय : 11:10 बजे
जन्म स्थान : जौनपुर (उ.प्र.)
उक्त उदाहरण एक ऐसे जातक का है, जो पिछले 16-17 वर्षों से इस क्षेत्र में कार्य कर रहा है, लेकिन उसे सफलता वर्ष 1999 के पश्‍चात् प्राप्त हुई| जातक की जन्मपत्रिका में पंचमेश मंगल दशम भाव में अपनी राशि में ही स्थित है| मंगल के साथ तृतीयेश और द्वादशेश बुध दशम भाव में ही युति बना रहा है| शुक्र चतुर्थेश एवं लाभेश होकर नवम भाव में उच्च राशिगत है| लग्नेश चन्द्रमा षष्ठ भाव में स्थित है तथा षड्‌बल में बली है| नवांश में शुक्र-मंगल की लाभ भाव में युति हो रही है| उक्त ग्रहों की स्थिति से स्पष्ट होता है कि जातक की जन्मपत्रिका में एनिमेशन क्षेत्र में कॅरियर बनाने के श्रेष्ठ योग विद्यमान हैं| प्रारम्भ में जातक को इस क्षेत्र में सफलता प्राप्ति हेतु बहुत संघर्ष करना पड़ा क्योंकि उस समय कॅरियर के रूप में यह क्षेत्र भारत में विकसित नहीं था| सन् 1999 में प्रारम्भ हुई मंगल महादशा में शुक्र की अन्तर्दशा में जातक को पहली उल्लेखनीय सफलता प्राप्त हुई और आज वह इसी क्षेत्र में अच्छा धनार्जन कर अपना नाम भी रोशन कर रहा है|
उदाहरण 2
जन्म दिनांक : 07 फर., 1985
जन्म समय : 15:14 बजे
जन्म स्थान : कोलकाता
उक्त उदाहरण में जातक ने कुछ वर्ष पूर्व ही एनिमेशन में अपना कॅरियर प्रारम्भ किया है और वह वर्तमान में संतुष्टि के साथ इस क्षेत्र में आगे बढ़ता जा रहा है| लग्नेश बुध कर्मेश गुरु एवं पराक्रमेश सूर्य के साथ अष्टम भाव में स्थित है| चन्द्रमा धनेश होकर पराक्रम भाव में अपनी मित्र राशि में स्थित है| दशम भाव में पंचमेश शुक्र और आयेश मंगल की शुभ युति हो रही है| नवांश में चन्द्र-मंगल की पंचम भाव में युति तथा लग्न में बुध की स्थिति जातक को ऐनिमेशन क्षेत्र में प्रवेश दिला रही है, वहीं लग्न कुण्डली में पंचमेश शुक्र का कर्मभाव में उच्च राशि में स्थित होकर आयेश के साथ युति सम्बन्ध स्थापित करना इस क्षेत्र में सफलता को सुनिश्‍चित कर रहा है| जातक भविष्य में अच्छा एनिमेटर सिद्ध होगा, ऐसी आशा की जा सकती है| यह अवश्य है कि जातक को जन्म स्थान से दूर कॅरियर क्षेत्र में सफलता प्राप्त होगी|•
प्रकाशन तिथि – 20 अप्रैल, 2009

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