मिथुन (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
मिथुन राशि वालों के लिए गुरु का धनु राशि में गोचर उनकी जन्मराशि से सप्तम राशि में रहेगा। सप्तम भाव में गुरु का गोचर सामान्यत: शुभफलप्रद माना जाता है। इस गोचरावधि में शुभ समाचारों की प्राप्ति होगी। मन प्रसन्न एवं प्रफुल्लित होगा। उत्साह एवं सकारात्मकता का संचार होगा और नकारात्मक विचार दूर होंगे। आलस्य एवं कार्यों को टालने की प्रवृत्ति भी दूर होगी तथा पहल करने की प्रवृत्ति को बढ़ावा मिलेगा। स्वास्थ्य की दृष्टि से भी यह गोचर आपके लिए अनुकूल फलप्रद रहना चाहिए। पहले से चली आ रही बीमारियों में नियन्त्रण एवं राहत का अनुभव होगा। पारिवारिक एवं सामाजिक दृष्टि से शुभफलों की प्राप्ति सम्भव होगी। घर में मांगलिक कार्यक्रमों का आयोजन होगा। सामाजिक मान-प्रतिष्ठा में वृद्धि सम्भव होगी। अच्छा साहित्य पढ़ने की प्रवृत्ति बढ़ेगी, वहीं ज्योतिष आदि में भी रुझान बढ़ेगा। आर्थिक स्थिति में भी सुधार होगा। वेतन अथवा लाभ में वृद्धि सम्भव है। पूर्व में किए गए धन- निवेश से लाभ होगा। उच्च अधिकारियों से प्रशंसा प्राप्त होगी। कार्यालय में मान-प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। व्यवसायियों के लिए धन-निवेश सम्भव होगा।