यदि आपकी जन्मतारीख, माह तथा सन् का योग 5 होता हो, तो मूलांक 5 समझना चाहिए| जैसे किसी व्यक्ति का जन्म 25.01.1968 हो, तो इस दिनांक का पूर्ण योग अंक 5 होगा| इसलिए इस दिनांक में जन्मे व्यक्ति का मूलांक 5 होगा| इनके जीवन पर बुध का वर्चस्व रहता है|
मूलांक 5 वाले व्यक्तियों के गुण
मूलांक 5 वाले व्यक्ति तीव्र बुद्धि वाले, लेखा-जोखा करने वाले, दलाल, होशियार, चालाक एवं समझदार होते हैं| इनको सदैव धन इकठ्ठा करने की लालसा रहती है| इस कारण ये लॉटरी, रेस, सट्टा आदि कार्यों से धन कमाना चाहते हैं| किसी भी गलती को अधिक समय याद न रखकर सुधार करना इनकी गुणवत्ता होती है| इसी गुण के कारण ये बड़ी से बड़ी योजनाओं में जोखिम उठाने से नहीं हिचकिचाते हैं| इनके स्वभाव में आतुरता होती है| ये प्रत्येक कार्य का शीघ्रातिशीघ्र नतीजा चाहते हैं|
मूलांक 5 वाले व्यक्तियों के अवगुण
मूलांक 5 के जातक चतुर, चालाक, धोखेबाज, वहमी, ब्यूरोक्रेट, पार्टीबाज, जादूगर और दूसरों की आड़ में अपना उल्लू सीधा करने वाले होते हैं| यदि स्त्री एवं पुरुष दोनों का भाग्यांक-मूलांक 5 है, तो वे संतानहीन रह सकते हैं| वे शौकीन, अय्याश, आलसी स्वभाव के भी होते हैं|
वे योजना बनाकर उसका दायित्व दूसरों पर थोप देते हैं, जिससे इनकी योजनाएँ क्रियान्वित नहीं हो पाती हैं| ये बिना कारण मित्रों को शक के दायरे में लाकर प्राय: ईर्ष्या का कारण बन जाते हैं| किसी भी कार्य को लम्बे समय तक करने की क्षमता के अभाव के कारण आप अधूरा काम छोड़कर नए कार्यों की तरफ अग्रसर हो जाते हैं|
मूलांक 5 वालों के लिए अनुकूल कार्य एवं व्यवसाय
मूलांक 5 वाले व्यक्ति मस्तिष्क से सम्बन्धित कार्य एवं व्यवसाय में विशेष रूप से सफल होते हैं| ये एकाउण्टेंट, गणितज्ञ, लिपिक, ज्योतिष, बैंककर्मी, उपदेशक, पत्रकार, प्रकाशक, अध्यापक, सम्पादक, भवन निर्माता, टेलीफोन, डाक-तार, रेलवे, रिकॉर्ड, विजीलेंस, सी.बी.आई., वाणिज्य, मार्केटिंग विभाग, दलाली, कानूनगो, कढ़ाई, जादूगर, अनुवादक, संचार, सम्पत्ति विभाग, दूकानदारी, कृषि कार्य, परचून की दूकान, दूध विके्रता, हलवाई, तम्बाकू, पान मसाला व्यापार, सब्जी की दूकान, पहलवानी आदि कर सकते हैं|
मूलांक 5 वालों को प्रभावित करने वाले मानसिक एवं शारीरिक रोग
मूलांक 5 वाले व्यक्ति शारीरिक एवं मानसिक कार्य अधिक करने के कारण मुख्यत: स्नायु रोग से त्रस्त रहते हैं| रक्तविकार एवं अनुचित आहार-विहार के कारण सर्दी, जुकाम, वात-पित्त-कफ यानी त्रिदोष, खॉंसी, चर्मरोग, गला, कान और नाक के रोग, दिमागी असंतुलन, मन्दाग्नि, खुजली, लीवर, जिगर रोग, पेट फूलना, गॉंठ, पेट विकार, पीलिया रोग, दाद-खाज रोग, पागलपन, हृदय सम्बन्धी रोगों से परेशानी हो सकती है|
मूलांक 5 वालों का भाग्योदय कब और कैसे?
मूलांक 5 वाले व्यक्तियों को अपनी योजनाएँ और महत्त्वपूर्ण कार्य 5, 14 या 23 तारीखों को करने चाहिए| उनके लिए अत्यन्त भाग्यशाली होगा, यदि ये तारीखें अंक 5 के अवधि काल में अर्थात् 21 मई से 20-27 जून के मध्य अथवा 21 अगस्त से 20-27 सितम्बर के बीच में पड़े| भाग्योदय 33वें वर्ष में होगा| जीवन में 5, 14, 23, 32, 41, 50, 59, 64, 77, 86 और 95वॉं वर्ष प्रगतिशील, उन्नतिपूर्ण एवं सुखद होगा| मूलांक 4, 6, 8 अंक वाले जातक शुभत्व प्रदान करेंगे|
मूलांक 5 के अनुकूल एवं प्रतिकूल वर्ष
अनुकूल : मूलांक 5 वाले व्यक्तियों के लिए आयु के 14, 15, 17, 19, 21, 22, 23, 24, 25, 26, 28, 30, 32वॉं वर्ष सामान्यत: अनुकूल रहता है|
प्रतिकूल : मूलांक 5 वाले व्यक्तियों के लिए आयु का 18, 20, 28 एवं 39वॉं वर्ष प्रतिकूल रहने की सम्भावना रहती है|
अनुकूल : मूलांक 5 वाले व्यक्तियों के लिए जन्म के पश्चात् दूसरे वर्ष तक अस्वस्थता एवं परेशानी के पश्चात् उनका 8 वर्ष तक का समय सुखद रहता है|
प्रतिकूल : 9 से 11 वर्ष तक का समय विपरीत होता है| इस दौरान स्वास्थ्य एवं शिक्षा प्रभावित रहती है|
अनुकूल : 12 से 17 वर्ष तक का समय सभी कार्यों के लिए शुभ है|
प्रतिकूल : 18 से 20 वर्ष तक का समय प्रतिकूल फलकारक होता है|
अनुकूल : 21 से 26 वर्ष की आयु के दौरान मांगलिक कार्य सम्पन्न होंगे|
प्रतिकूल : 27 से 29 वर्ष तक का समय सभी कार्यों में निराशाप्रद, असंतोषदायक तथा हानिकारक होता है|
अनुकूल : 30 से 35 वर्ष तक का समय उत्साहवर्धक एवं सभी कार्यों में सफलता प्रदान करता है|
प्रतिकूल : 36 से 38 वर्ष तक का समय अशुभ एवं प्रतिकूल होता हैतथा राजकार्यों तथा घरेलू कार्यों में बाधा उत्पन्न करता है|
अनुकूल : 39 से 44 वर्ष तक का समय सुखद, सफल तथा प्रसन्नता वाला होता है|
प्रतिकूल : 45 से 47 वर्ष तक का समय सभी क्षेत्रों में हानिकारक तथा धन एवं मान-सम्मान की हानि कराता है|
अनुकूल : 48 से 53 वर्ष तक का समय शुभ होता है|
प्रतिकूल : 54 से 56 वर्ष तक का समय भाग्य के दृष्टिकोण से अच्छा नहीं होता| जीवन में कई प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ता है|
अनुकूल : 57 से 62 वर्ष तक का समय शुभ रहता है|
प्रतिकूल : 63 से 65 वर्ष तक का समय स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है|
अनुकूल : 66 से 71 वर्ष तक का समय सामान्य रहता है|
प्रतिकूल : 72 से 74 वर्ष तक का समय स्वास्थ्य की दृष्टि से प्रतिकूल रहता है|
मूलांक 5 वालों
के लिए शुभ दिन
बुधवार, बृहस्पतिवार, शुक्रवार एवं शनिवार शुभ हैं| जिसमें सर्वाधिक शुभ एवं श्रेष्ठ शुक्रवार होता है| यात्रा के लिए यह दिन श्रेष्ठ रहता है| साथ ही अन्य कार्यों हेतु यह श्रेष्ठ दिवस है|
मूलांक 5 वालों
के लिए अशुभ दिन
सोमवार एवं मंगलवार अशुभ दिन हैं|
मूलांक 5 वालों
के लिए अनुकूल तारीखें
4, 5, 6, 7, 8, 13, 14, 15, 16, 17, 22, 23, 24, 25, 26, 31 आदि तारीखें शुभ एवं अनुकूल हैं|
मूलांक 5 वालों
के लिए प्रतिकूल तारीखें
2, 3, 9, 11, 12, 18, 20, 21, 27, 29, 30 इत्यादि तारीखें अशुभ एवं प्रतिकूल होती हैं|
मूलांक 5 वालों
के लिए शुभ माह
मई, जून, जुलाई, अगस्त, अक्टूबर, माह शुभ हैं|
मूलांक 5 वालों
के लिए अशुभ माह
सितम्बर, नवम्बर, फरवरी, जनवरी, मार्च, अप्रैल एवं दिसम्बर माह प्रतिकूल एवं निर्बल रहते हैं|
मूलांक 5 वालों
के लिए अनुकूल रंग
हरा, गुलाबी, नीला, हल्का खाकी, सफेद, चमकीला, उज्ज्वल, हल्का हरा रंग शुभत्व देता है| इन्हीं रंगों के वस्त्र पहनना, दीवारों पर रंग-रोगन करवाना उत्तम होता है| साथ ही फर्नीचर या अन्य प्रयोग में आने वाली वस्तुएँ भी इन्हीं रंग की हों|
मूलांक 5 वालों
के लिए अशुभ रंग
गहरा लाल, पीला, आसमानी रंग प्रतिकूल एवं अशुभ फलदायक होते हैं|
मूलांक 5 वालों
के लिए शुभ रत्न
मूलांक 5 वालों के लिए पन्ना रत्न स्वर्ण में कनिष्ठिका अंगुली में शुक्ल पक्ष के बुधवार के दिन धारण करना उत्तम होता है| इसके अतिरिक्त हीरा, माणिक्य, फिरोजा रत्न भी धारण किए जा सकते हैं|
मूलांक 5 वालों
के लिए शुभ रुद्राक्ष एवं वनस्पति
मूलांक 5 वाले व्यक्ति चारमुखी, चौदहमुखी रुद्राक्ष एवं विधारा की जड़ धारण करना शुभ होता है|
मूलांक 5 वालों के लिए व्रत
मूलांक 5 वालों के लिए शुभ आराध्य भगवान् लक्ष्मीनारायण हैं| इन्हें पूर्णिमा का व्रत रखना चाहिए| इसके अतिरिक्त प्रत्येक सोमवार को व्रत रखें एवं दुर्गा जी की पूजा भी करें|
मंत्र : ॐ ऐं ह्रीं श्रीं बुधाय नम:|
इस मंत्र का जप 1000 बार करें|
बुध यन्त्र अथवा देवदार की जड़ बाजू में धारण करें|
मूलांक 5 वालों
के लिए दान करने योग्य वस्तुएँ
सामान्यत: क्षमतानुसार पन्ना, सोना, कॉंसा, मूँग, खॉंड, घी, हरा कपड़ा, हाथी दॉंत, सर्वपुष्प, कर्पूर, शस्त्र, फल आदि का बुधवार को दान करना चाहिए|
अन्य मूलांक वालों
से व्यवहार कैसा?
मूलांक 1 : मित्रतापूर्ण
मूलांक 2 : शुभ एवं अनुकूल
मूलांक 3 : प्रबल शत्रु
मूलांक 4 : सामान्य
मूलांक 5 : प्रबल मित्रता
मूलांक 6 : सामान्य (सम)
मूलांक 7 : न शत्रु न मित्र
मूलांक 8 : शुभ एवं अनुकूल
मूलांक 9 : शत्रुवत् व्यवहार करेंगे|
– डॉ. भगवानसहाय श्रीवास्तव
